Mukhyamantri (CM) Shodh Protsahan Yojna | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना – हिमाचल प्रदेश

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हिमाचल प्रदेश सरकार ने बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के शोधार्थियों के लिए मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना को शुरू किया। इस योजना के तहत शोधार्थियों को शोध करने के लिए फ़ेलोशिप दी जाएगी। इससे विभिन्न शोधार्थियों को लाभ मिलेगा । इससे विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शोध करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य :

  1. ऐसे शोधार्थी जिन्हें किसी भी प्रकार की फेलोशिप नहीं मिलती है, आर्थिक तंगी के कारण ऐसे शोधार्थियों के शोध में कोई बाधा न आए उन्हें इस योजना से लाभ दिलाना है।
  2. विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शोध के लिए युवाओं को प्रेरित करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई।
  3. शोध गतिविधि को बढ़ावा देना।

कितनी आर्थिक सहायता दी जाएगी (मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना) :

शोध गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए हर शोधार्थी को तीन साल तक हर महीने 3000 रुपये तथा साल के 36000 रुपये की छात्रवृति मिलेगी। यह राशि पंजीकरण से तीन साल तक मिलती रहेगी।

कितने शोधार्थियों को छात्रवृति मिलेगी :

मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला, सरदार पटेल विश्विद्यालय मंडी, उद्यान एवं वानिकी विश्विद्यालय नौणी, कृषि विश्विद्यालय पालमपुर सहित करीब 1200 से अधिक शोधार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय शिमला ने इसके तहत 680 पात्र शोधार्थियों की सूची सरकार को भेज दी गई है।

इस योजना का सारा खर्च हिमाचल प्रदेश सरकार वहन करेगी। ताकि किसी भी शोधार्थी को शोध करने में कोई आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े।

Mukhyamantri (CM) Shodh Protsahan Yojna | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना – हिमाचल प्रदेश

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