Himachal Pradesh Weekly Current Affairs June (2nd Week)
हिमाचल में ग्रामीण क्षेत्रों के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘‘पंचवटी’’ योजना शुरू
- मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘‘पंचवटी योजना’’ का शुभारंभ किया।
- इस योजना में ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से मनरेगा योजना के अंतर्गत आवश्यक सुविधाओं से युक्त सभी विकास खंडों में पार्क और बागीचे विकसित किए जाएंगे।
- योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को मनोरंजन के साथ पार्क और बागीचों की सुविधा उपलब्ध करवाना हैै।
- वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और 14वें वित्त आयोग अभिसरण में न्यूनतम एक बीघा की समतल भूमि पर इन पार्कों और बागीचों को विकसित किया जाएगा।
- इन पार्कों में आयुर्वेदिक और औषधीय पौधे लगाने के अलावा बुजुर्गों के लिए मनोरजंन के लिए मनोरंजक उपकरण, पैदल पथ और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
- चालू वित्त वर्ष में राज्य के विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 पार्क विकसित किए जाएंगे।
- उक्त पार्क वरिष्ठ नागरिकों को स्वस्थ और प्रसन्नतापूर्ण जीवन व्यतीत करने में वरदान साबित होंगे।
केसर -हींग की खेती के लिए एमओयू साइन
- केसर और हींग की खेती अब हिमाचल और उत्तराखंड में भी होगी। इसके लिए CSIR-IHBT संस्थान पालमपुर सहायक सिद्ध होगा। इसे लेकर CSIR , कृषि विभाग और सरकार के बीच एमओयू साइन हो गया है।
- अभी तक केसर की खेती जम्मू-कश्मीर की करीब 2.825 हेक्टेयर जमीन में होती है। अब CSIR इसे हिमाचल और उत्तराखंड में तैयार करेगा।
- इस समय देश में केसर की माँग करीब सौ टन है और इसका उत्पादन मात्र 6.7 टन है। वहीं अब तक देश में हींग का उत्पादन नहीं होता है। हींग अफगानिस्तान ,ईरान ,उज्बेकस्तान से मंगाया जाता है।
- हिमाचल में केसर और हींग के फार्म और बीज उत्पादन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। कृषि विभाग द्वारा अधिकारियों और किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
एचपीयू का जैव प्रौद्योगिकी विभाग देश के टॉप टेन संस्थानों में शामिल
- प्रदेश विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने देश के अग्रणी संस्थानों की टॉप टेन सूची में स्थान पाया है। शोध और गुणात्मक शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने पर केंद्र सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग को बायोटेक कंसोर्टियम इंडिया लिमिटेड के सर्वेक्षण में एचपीयू को बी प्लस प्लस ग्रेड मिला है। इस विभाग की स्थापना वर्ष 1995 में हुई थी
एकीकृत विकास परियोजना में 23 लाख पौधे रोपे जायेंगे
- वन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने कहा कि एकीकृत विकास परियोजना का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संतुलन स्थापित कर कृषि के माध्यम से किसानों की आय में बृद्धि करने के साथ पंचायत स्तर पर लोगों को आजीविका तथा रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना है।
- परियोजना के अंतर्गत वन ,कृषि ,बागवानी ,पशुपालन ,ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग परस्पर जुड़े हैं।
- एकीकृत विकास परियोजना के अंतर्गत इस वित्त वर्ष में 3181 हेक्टेयर क्षेत्रफल में लगभग 23 लाख पौधे रोपने के लक्ष्य को पूरा करने को 30 करोड़ 75 लाख रूपये आवंटित किए गए हैं
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रिय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में मंडी के कमांद में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान को 31 वां स्थान प्राप्त हुआ है। ओवरआल परफॉरमेंस में IIT मंडी को 67 वां स्थान मिला।
Himachal Pradesh Weekly Current Affairs June (2nd Week)
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