प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना
प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना को आरंभ किया। इस योजना के अंतर्गत हिमाचल सरकार किसानों को आर्थिक सहायता देती है। जिससे किसान प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देंगे और उनकी आय में बृद्धि होगी। इस योजना के अंतर्गत शून्य लागत खेती को बढ़ावा दिया जाएगा जिसमे न्यनतम लागत से होने वाली खेती के बारे में किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है।
इस योजना के मुख्य लक्ष्य :
- खेतों में रसायनों का उपयोग कम से कम करना।
- खेती में आवश्यक लागत को कम करना।
- किसानों की वार्षिकआय बृद्धि करना
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत किसानों को दी जाने वाली सुविधाएँ :
सामूहिक रूप से :-
- खेतों में प्रदर्शन प्लॉट लगवाना
- खेतों में फार्म स्कूल का आयोजन।
- विभिन्न स्तरों पर भ्रमण कार्यक्रमों का आयोजन।
- पंचायत स्तर पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम।
व्यक्तिगत रूप में :-
- देशी गाय खरीदने के लिए 50 प्रतिशत या अधिकतम 25000/- रुपये अनुदान दिया जाता है।
- तीन ड्रमों तक 2250/- रूपये का अनुदान दिया जाता है।
- देशी गाय की गौशाला को पक्का करने के लिए 80 प्रतिशत या 8000 /- रूपये का अनुदान दिया जाता है।
- संसाधन भण्डारण के लिए 10000/-रूपये का अनुदान दिया जाता है।
- किसानों को प्राकृतिक खेती में प्रयोग होने वाले घोल सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं। प्राकृतिक खेती द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए निकट भविष्य में पंजीकरण प्रमाण पत्र भी मुहैया करवाए जाएंगे ,जिससे प्राकृतिक खेती कर रहे किसानो को उत्पाद अच्छे दामों पर बेचने में कोई परेशानी न हो।
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना
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